मूल तत्व – अवलोकन शिविर
Location: अभ्युदय संस्थान, अछोटी जिला दुर्ग, छत्तीसगढ़
Date: 14 – 28 अप्रैल 2024
Prabodhak: श्रीराम नरसिंहन
Language: हिन्दी
Phone/Email:
चंद्रशेखर राठौर भैया 9893025307 (whatsapp/call) 9301625307 (call),
मंजीत भैया 9981186657 (call), 9301359227 (whatsapp)
Registration Link: https://forms.gle/YhLS3Qb3S4DKprxr6
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About Jeevan Vidya Shivir
- परिचय शिविर क्या है ? | About the Intro Workshop (English)
- What the Shivir/Workshop Offers you…
- 7 Day Syllabus | ७ दिवसीय पाठ्यक्रम
- Parichay Shivir Site (Workshops intro Site)
शिविर के पश्चात परिचय पठन सामग्री / Resources for after the workshop
Invitation Note
मान्यवर,
सूचना: अभ्युदय संस्थान, अछोटी में –
मूल तत्व – अवलोकन शिविर * अप्रैल – माह 2024 (दिनांक: 14 अप्रैल से 28 अप्रैल 2024 तक)) * स्थान: अभ्युदय संस्थान, अछोटी, दुर्ग छत्तीसगढ़
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Please, Click link below to fill the registration form..
https://forms.gle/YhLS3Qb3S4DKprxr6
मध्यस्थ दर्शन सहअस्तित्ववाद के अध्ययन हेतु इसके प्रणेता आदरणीय श्री ए नागराज जी के द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव रूप में सभी 14 वांगमय के पठन में सहयोग के लिए विगत कई वर्षों से अछोटी (कुम्हारी) छत्तीसगढ़ स्थित अभ्युदय संस्थान में छ: मासिक पठन का कार्यक्रम अनवरत चल रहा है।
आपको यह सूचित करते हुए हमें अत्यंत हर्ष हो रहा है कि
मूल तत्व अवलोकन शिविर कार्यक्रम को निश्चित किया गया है.
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उद्देश्य:
वस्तु: मध्यस्थ दर्शन के मुख्य अवधारणाओं परक्रमबद्ध स्पष्टता
मार्ग: अध्ययन, अभ्यास एवं वर्तमान जीने सेसम्बंधितस्पष्टता
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किन के लिए :
जो कम से कम २-३ परिचय शिविर एवं “अध्ययन बिंदु” कर चुके हैं
जो कम से कम कुछ पुस्तकों को पढ़ लिए हैं, या १२ वांग्मय को एक-दो बार पढ़ चुके हों
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शिविर विधि :
मध्यस्थ दर्शन से संकलित पुस्तक (“मध्यस्थ दर्शन एक अवलोकन”) को पूर्व से पढ़ कर आयेंगे
१२ दिवस इस पर चर्चा एवं प्रश्न-उत्तर (‘परिभाषा विधि’, दर्शन सन्दर्भ सहित)
३ दिवस अध्ययन, अभ्यास, एवं जीने से सम्बंधित चर्चा – वर्तमान जीने में इन अवधारणाओं को क्रियान्वित करने पर गोष्ठी (श्री नागराजजी के साथ संवाद सन्दर्भ सहित)
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अपेक्षित परिणाम :
मध्यस्थ दर्शन सहज सम्पूर्ण मुख्य वस्तु क्रमवत स्पष्ट (चित्रित) होने में सहायता
जीने से सम्बंधित निर्णय, अभ्यास, विधि में स्पष्टता
आगे के कड़ियों से जुड़ना:
शास्त्राध्ययन में प्रौढ़ता (“श्रवण” निष्कर्ष हेतु)
‘मनन’ पूर्वक ‘जीना’ (अध्ययन, अभ्यास विधि क्रियान्वयन)
समन्वयन:
श्रीराम नरसिम्हन, पुणे | १५ वर्षों से अध्येता |
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हमें आशा है कि सभी इच्छुक भाई बहन अभी से रजिस्ट्रेशन करा कर अपना स्थान सुनिश्चित कर लेंगे. यह शिविर रहवासी किये जाने की सुलभता के साथ उपलब्ध है.
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यह शिविर प्रधानतः विचाराभ्यास केन्द्रित है, व्यवहार अभ्यास साथ साथ है ही. पूरी प्रक्रिया में कर्माभ्यास स्वेच्छिक है।
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सहयोग राशि:
– शिविर का और रहने का कोई भी शुल्क नहीं है, शिविर में रहने की सामान्य व्यवस्था उपलब्ध है।
और खाने के खर्च का वहन हो सके, इसलिए भोजन हेतु सहयोग राशि अपेक्षित है।
(अनुमानित खर्च के अनुसार, सहयोग राशि ₹150 प्रति व्यक्ति प्रति दिन अपेक्षित है)
– साथ ही, शिविर में भाग लेने के लिए योगदान राशि कोई बाधा नहीं है।
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पंजीयन:
जो लोग इस शिविर में शामिल होना चाहते हैं, वे पंजीकरण के लिए निम्नलिखित लिंक पर दिये गए फॉर्म को भरें …
पंजीकरण फॉर्म का लिंक:
https://forms.gle/YhLS3Qb3S4DKprxr6
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व्हाट्सएप्प ग्रुप:
शिविर संबंधित सूचना के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, यदि आप इस शिविर को अटेंड करने वाले हैं तो जॉइन करें🙏 नीचे लिंक पर क्लिक करें.
https://chat.whatsapp.com/HEECPmMFzYyEBbfHWXu9Ud
व्हाट्सएप ग्रुप👆 click to join.
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संस्थान लोकेशन :
https://maps.app.goo.gl/9kH3DwM2wXq6zdwB9
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अतः शीघ्र रजिस्ट्रेशन करवाते हुए अपना स्थान सुनिश्चित करें।
मित्रों और परिवार सहित शिविर जरुर अटेंड करें…
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– फॉर्म भरने में कोई कठिनाई होने पर कृपया नीचे दिए गए संपर्क (फॉर्म में दिए गए नंबर) पर कॉल करें।
संपर्क:
चंद्रशेखर राठौर भैया 9893025307 (whatsapp/call) 9301625307 (call),
मंजीत भैया 9981186657 (call), 9301359227 (whatsapp)
धन्यवाद🙏
🙏🙏🙏🙏