Oct 082014
 

6 month madhyasth darshan adhyayan shivir (full-time)  in Achoti (Raipur) 

ऑनलाइन पंजीयन फॉर्म

भूमिका:

वर्ष 2013 से अभ्युदय संस्थान अछोटी हर वर्ष एक पूर्णकालिक 6 माही अध्ययन शिविर का आयोजन करता रहा है | इस शिविर में औसतन 30 लोग भागीदारी करते हैं | सामान्यतया जो लोग जीवन विद्या को विकल्प रूप स्वीकार चुके है ,अपनी नौकरी या व्यापार को कुछ या पूरा समेट चूके हैं (या ऐसी योजना है) , ऐसे प्रतिभाशाली लोगों को इस शिविर में गहन अध्ययन का अवसर मिलता है |


उद्देश्य :

  1. मध्यस्थ दर्शन सह-अस्तित्ववाद समझने एवं जीने के विकल्प रूप में स्थापित होना|
    • मध्यस्थ दर्शन वांग्मय का परिभाषा एवं अर्थ-संगत सघन पठन, जिससे शिविरार्थी दर्शन के अवधारणाओं से पूर्णतय: अवगत हों
    • विश्लेषण पूर्वक शब्द से अर्थ निकाल पाये जिससे शिविरार्थी अपने स्तर पर वांगमय को पढ़ने मे, अर्थात शास्त्राभ्यास हेतु योग्यता में समर्थ हों
    • ‘जागृति’ लक्ष्य के रूप मे स्थापित होना
    • जागृति हेतु अध्ययन-अभ्यास प्रक्रिया का स्पष्ट होना
  1. शिक्षा के मानवीयकरण के लिए अर्हता विकसित होना 
    1. मानवीय शिक्षा की आवश्यकता स्पष्ट होना 
    2. शिक्षा में भागीदारी हेतु मानसिकता एवं ‘चेतना विकास मूल्य शिक्षा’ से अवगत होना 
  1. परिवारमूलक स्वराज्य व्यवस्था रूप में जीने की तैयारी
    1. स्वधन-स्वनारी/पुरुष-दयापूर्ण कार्य व्यवहार के लिए मानसिकता पुष्ट होना
    2. मूल्य पूर्वक जीने के लिए व्यवहारिकताए समझ में आना
    3. तन-मन-धन का सदुपयोग सुरक्षा के लिए मानसिकता पुष्ट होना
    4. अखंड सामाजिकता की दृष्टि से अवगत होना 
    5. वर्तमान स्थिति से स्वराज्य व्यवस्था में संक्रमण का क्रम स्पष्ट होना |

योजना :

  1. 6 माह में मध्यस्थ दर्शन के मूल वांगमय के रूप में 14 पुस्तकों का अध्ययन होना है |
  1. 6 माह के काल में पुस्तकों के विधिवत पठन पर प्राथमिकता रहेगी | शिविरार्थियों द्वारा 4 बार प्रत्येक पृष्ठ को पढ़ा जाना अपेक्षित है , इसके लिए यह क्रम रहेगा :-
    1. प्रथम बार सामूहिक पठन में 100 पृष्ठ
    2. द्वितीय बार सामूहिक पठन में 25 पृष्ठ
    3. तृतीय बार स्वयं के स्तर पर 25 पृष्ठ
    4. चतुर्थ बार 5-5 पृष्ठ करके समूह के रूप विश्लेषण, चर्चा पूर्वक पठन

अध्ययन क्रम तालिका

पुस्तक कुल पृष्ठ कुल दिन दिनांक से दिनांक तक
पूर्व तैयारी (optional) 30 15-07-19 14-08-19
विकल्प अध्ययन बिन्दु 48 7 15-08-19 22-08-19
जीवन विद्या एक परिचय 122 10 23-08-19 02-09-19
मानव व्यवहार दर्शन 180 30 03-09-19 03-10-19
मानव कर्म दर्शन -1 162 10 04-10-19 14-10-19
REVISION or सम्मेलन  मे भागीदारी 5 15-10-19 20-10-19
मानव कर्म दर्शन -2 7 21-10-19 28-10-19
मानव अभ्यास दर्शन 175 17 29-10-19 15-11-19
मानव अनुभव दर्शन 50 10 16-11-19 26-11-19
व्यव्हारात्मक जनवाद 142 10 27-11-19 07-12-19
समाधानात्मक भौतिकवाद 362 (211) 15 08-12-19 23-12-19
BREAK (रिवीजन + 24-31 शिविर मे भागीदारी+परिवार मिलन) 7 24-12-19 31-12-19
अनुभवात्मक अध्यात्मवाद 271 (158) 10 01-01-20 11-01-20
व्यवहारवादी समाजशास्त्र 313 (183) 10 12-01-20 22-01-20
आवर्तनशील अर्थशास्त्र 300 (175) 10 23-01-20 02-02-20
मानवसंचेतनावादी मनोविज्ञान 254 (148) 15 03-02-20 18-02-20
मानवीय संविधान 300 (175) 9 19-02-20 28-02-20
समापन 1 29-02-20
परिभाषा संहिता 224 अन्य पुस्तकों के साथ साथ

शिविर में आने की पूर्व तय्यारी / योग्यता 

६ माह शिविर में आने से पहले आप:

  • ‘प्राथमिक परिचय शिविर’, एवं ‘अध्ययन बिन्दु परिचय शिविर’, कीये हों
  • २-३ पुस्तकें पहले से पढ़े हों, अथवा वांग्मय का एक बार पठन हुआ हो
  • पूर्व में अंश कालीन अध्ययन शिविर (१ माह अवलोकन /२ / ३ वर्षीय शिविर) किये रहने से इसमें और अच्छी गति बनेगी

नए शिविरर्थियों के अर्हता-वर्धन के लिए विशेष सत्र  (1 month session)

जो शिविरार्थी पूरे वांगमय का कुछ भी पठन नहीं करके आए हैं | ऐसे में शुरुआती समय में जब दर्शन वाले पुस्तके चल रही होती है तब शिविरार्थियों को कुछ कठिनाई आती है | हालांकि लगभग 3 माह बाद सब कुछ सामान्य भी हो जाता है ,पर शुरू से ही अध्ययन प्रक्रिया सहज रूप से चले इसके लिए

  • 6 माही शिविर शुरू होने से पहले 1 माह का अर्हता वर्धन शिविर रखा गया है |
  • इस शिविर का dates 15 जुलाई से 14 अगस्त हैं |
  • इस अर्हता वर्धन शिविर का प्रारूप विकल्प-अध्ययन बिन्दु पुस्तक के आधार पर रहेगा, साथ में परिभाषा संहिता व व्यवहार दर्शन का कुछ भाग रहेगा |
  • जिन प्रतिभागियों से सिर्फ परिचय शिविर ही किया है वे 6 माह के अर्हता शिविर मे आकर शिविर मे भाग लेंगे |

दिनचर्या:

अध्ययन काल में शिविरार्थियों का दिनचर्या पूरे 6 माह में स्थिर रहेगा |

श्रमाभ्यास सुबह 6-7AM व शाम 5-6PM स्वेच्छा से शिविरार्थियों के साथ मिलकर तय करेंगे |

समय क्रिया
6AM-7AM श्रमाभ्यास (स्वेच्छिक)
8AM-9AM नाश्ता
9.30-11.00AM सामूहिक अध्ययन सत्र -1 (प्रबोधक के साथ)
11- 11.30AM चाय/शर्बत(drinks)
11.30AM- 1.00PM सामूहिक अध्ययन सत्र -2 (प्रबोधक के साथ)
1.00PM- 3.00PM Lunch+ विश्राम
3.00PM-4.30PM सामूहिक पठन
4.30PM- 5.00PM चाय नाश्ता
5.00PM-6.00PM श्रमाभ्यास (स्वेच्छिक)
6.00-7.00PM विश्राम / विहार 
7.00-8.00 PM रात्री भोजन
8.00-9.00 PM गोष्ठी/ discussion (शिविरार्थी आपस मे करेंगे,संस्थान परिवार भी उपलब्ध रहेंगे )
9.00PM विश्राम

इसके अलावा अन्य समय नित्यकर्म/योगप्राणायाम/अन्य व्यक्तिगत अभ्यास/ revision/स्वाध्याय के लिए उपलब्ध है|


स्वयं सेवक सहयोगी:

कुछ पुराने 6 माह सत्रों से गुजरे हुए लोग स्वयं सेवक के रूप में भागीदारी कर सकते हैं| ये लोग शिविर प्रभारी के साथ मिलकर भागीदारी करेंगे | गोष्ठी में भी भागीदारी कर सकते हैं | इन्हे अध्ययन शिविर में सत्रों बैठकर revision का अवसर भी मिलेगा |


पंजीयन व सहयोग राशि

  • ऑनलाइन पंजीयन फॉर्म
  • पंजीयन संपर्क: शिविर प्रभारी – बालमुकुंद- 7089313341दिनांक 31 जून तक|
  • भोजन और ठहरने की व्यवस्था के और सहयोग राशि:  
  • प्रतिभागी अपना भोजन एवं रहने का खर्च स्वयं वहन करेंगे: प्रति  दिन: १५० रूपए प्रति व्यक्ति  | ३० दिन के लिए (१  सत्र) के लिए ठहरने एवं भोजन का व्यय प्रति  व्यक्ति 4,500 रूपए होते हैं |
  • प्रबोधन कार्य का कोई प्रतिफल नहीं है
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